नई दिल्ली,
6 अप्रैल। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम
ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू एवं
कश्मीर तथा लद्दाख उच्च न्यायालय का अगला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश
की है। यह सिफारिश 4 अप्रैल, 2025 को हुई कॉलेजियम की बैठक में की गई।
कॉलेजियम की यह
सिफारिश वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान के 9 अप्रैल को होने वाले सेवानिवृत्ति के मद्देनजर की गई है।
सुप्रीम कोर्ट की
ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “कॉलेजियम
ने 4 अप्रैल 2025 को हुई अपनी बैठक में
न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख उच्च न्यायालय का मुख्य
न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की है।”
न्यायमूर्ति अरुण पल्ली का परिचय
न्यायमूर्ति अरुण
पल्ली का जन्म 18 सितंबर, 1964 को
हुआ था। उनके पिता भी एक वरिष्ठ अधिवक्ता थे, जिन्होंने
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की थी।
न्यायमूर्ति पल्ली ने वाणिज्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और
वर्ष 1988 में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
से एलएल.बी. की पढ़ाई पूरी की।
उन्होंने पंजाब एवं
हरियाणा उच्च न्यायालय में अपने वकालत करियर की शुरुआत की। वर्ष 2004
में उन्हें पंजाब राज्य का अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त किया गया,
जहां वे मार्च 2007 तक कार्यरत रहे। वर्ष 2007
में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया।
अपने लंबे और
विशिष्ट वकालत करियर के दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट,
दिल्ली उच्च न्यायालय और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में कई
महत्वपूर्ण मामलों में बहस की।
28 दिसंबर 2013 को उन्हें पंजाब एवं हरियाणा
उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
विधिक सेवा क्षेत्र में योगदान
वर्तमान में
न्यायमूर्ति पल्ली हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (HSLSA)
के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। इसके साथ ही, उन्हें 31 अक्टूबर, 2023 को
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के शासी निकाय का
सदस्य भी नियुक्त किया गया था।
अब कॉलेजियम की इस
सिफारिश को केंद्र सरकार की स्वीकृति की प्रतीक्षा है। स्वीकृति मिलने के बाद वे
जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार
संभालेंगे।