वक्फ (संशोधन) अधिनियम की वैधता पर उठे
सवालों को लेकर अब देश की सबसे बड़ी अदालत सुनवाई करने जा रही है। सुप्रीम
कोर्ट ने इस कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के लिए हामी
भर दी है।
सुनवाई 16
अप्रैल को होगी और इसकी अगुवाई भारत
के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना
करेंगे। उनके साथ जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन भी इस तीन
सदस्यीय बेंच में शामिल रहेंगे।
क्या है मामला?
वक्फ संशोधन
अधिनियम को लेकर कई लोगों और संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं।
इन याचिकाओं में कहा गया है कि यह कानून संविधान के खिलाफ है और इससे अन्य
धर्मों के लोगों के संपत्ति अधिकारों पर असर पड़ सकता है।
अब आगे क्या?
सुप्रीम कोर्ट अब
यह तय करेगा कि वक्फ संशोधन कानून संविधान के अनुरूप है या नहीं। इस पर
अदालत दोनों पक्षों की दलीलें सुनेगी और फिर फैसला देगी।
सुप्रीम कोर्ट की
यह सुनवाई देश के लिए अहम मानी जा रही है, क्योंकि
इससे यह साफ होगा कि क्या वक्फ कानून सभी नागरिकों के मौलिक अधिकारों के अनुरूप
है या उसमें बदलाव की ज़रूरत है।